तीन लोगों के सैंपल जांच को भेजे गए

ललितपुर। कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज के इलाज के बाद 14 दिन के लिए चिकित्सक समेत अन्य कर्मचारियों को क्वारंटीन में रखने की व्यवस्था की गई है। लेकिन, राहत की बात है कि अब तक जिले में एक भी मरीज नहीं मिला है। रविवार को तीन लोगों के सैंपल लेकर जांच के लिए सैफई भेजे गए हैं।
 

शासन द्वारा कोरोना वायरस से संक्रमण को रोकने के लिए विभिन्न व्यवस्थाएं की गई हैं, जिसमें लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग बनाएं रखने की अपील की गई है। वहीं, हाथों को साबुन और सैनिटाइजर से साफ करने के लिए जागरूक किया जा रहा है। घरों से निकलते समय मुंह पर मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। एक स्थान पर अधिक भीड़ न हो, इसलिए लॉकडाउन किया गया है।
कोरोना से संक्रमित व्यक्ति को भर्ती कर इलाज करने की सुविधा के लिए आइसोलेशन सेंटर बनाए गएं हैं। जिसमें एक टीम में कई चिकित्सकों को लगाया गया है। फार्मासिस्ट, वार्ड ब्याय, स्टाफ नर्स, स्वीपर आदि को तैनात किया गया है। इन्हें संक्रमित होने से बचाव करने के लिए भी सुविधा की गई है।
एक टीम को 14 दिन के लिए आइसोलेशन वार्ड में तैनात किया जाएगा। इस दौरान कोई कोरोना के मरीज का इलाज किया जाता है, तो चिकित्सकों के साथ पूरी टीम को 14 दिन के लिए क्वारंटीन पर रखा जाएगा। इसके बाद जांच की जाएगी। जांच निगेटिव होने पर ही घर जाने दिया जाएगा। जिसके बाद उनका सैंपल लिया जाएगा। जांच निगेटिव आने पर पुन: तैनात किया जाता है। यदि कोई मरीज नहीं आता है, तो उसी टीम को नियुक्त रखा जाएगा।
हालांकि, अभी तक स्वास्थ्य विभाग द्वारा बाहर से आने वाले 34 लोगों की कम्युनिटी सैंपलिंग कर जांच को भेजा गया है। इसमें से 15 की रिपोर्ट आ चुकी है। शेष की रिपोर्ट आनी बाकी है। वहीं, रविवार को बाहर से आए तीन लोगों का सैंपल लेकर जांच को भेजा गया है, जिसकी रिर्पोट आने का इंतजार किया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम को कोरोना वायरस के मरीज के लिए इलाज के 14 दिन तैनाती के बाद 14 दिन के लिए क्वारंटीन पर रखा जाएगा। जांच के बाद पुन: 14 दिन बाद निगेटिव होने पर तैनात करने की सुविधा है। हालांकि, अभी तक जिले में किसी में भी कोरोना की पुष्टि नहीं हुई है।
- डॉ. प्रताप सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी